इशरत-ए-क़तरा है दरिया में फ़ना हो जानाइशरत-ए-क़तरा है दरिया में फ़ना हो जानादर्द का हद से गुज़रना है दवा हो जानाMeaningइशरत-ए-क़तरा = बूंद का सु
लुत्फ़-ए-कलाम क्या जो न हो दिल में दर्द-ए-इश्कलुत्फ़-ए-कलाम क्या जो न हो दिल में दर्द-ए-इश्कबिस्मिल नहीं है तू तो तड़पना भी छोड़ दे
Neend Apni Bhula Ke Sulaya Hum KoNeend apni bhula ke sulaya hum koAanson apne gira ke hasaya hum koDard kabhi na dena un hastiyon koAllah ne maa baap banaya jinko
Bara Hai Dard Ka RishtaBara hai dard ka rishta, yeh dil ghareeb sahiTumhare naam pe aayen ge ghamgusaar chale
दिल की ख्वाहिश को नाम क्या दूंदिल की ख्वाहिश को नाम क्या दूंप्यार का उसे पैगाम क्या दूंइस दिल में दर्द नहीं, उसकी यादें हैंअब यादें ही दर्द देतो उसे क्या इल्ज़ाम दूं
गहरी थी रात लेकिन हम खोये नहींगहरी थी रात लेकिन हम खोये नहींदर्द बहुत था दिल में, मगर हम रोए नहींकोई नहीं हमारा जो पूछे हमसेजाग रहे हो किसी के लिए या किसी के लिए सोए नहीं